कौन है दिलीप… किसके साथ है कनेक्शन, क्यों नहीं हो रही कार्रवाई, आबकारी सचिव आर संगीता या विभाग के किस अधिकारी से है पकड़!

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रायपुर। राजनीतिक गलियारों में एक कहावत है “छत्तीसगढ़ का ऐसा कोई सगा नहीं जिसे किसी राजनीतिक पार्टी ने ठगा नहीं” इस कहावत को अगर थोड़ा बदल दिया जाए तो यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठेगी दिलीप पर…

आबकारी विभाग में ऐसा कोई अधिकारी/कर्मचारी और दुकान स्टाफ नहीं जिसे दिलीप ने ठगा नहीं…

दिलीप रायपुर के कई आबकारी अधिकारियों का चहेता है। कुछ वर्षों पूर्व जब दिलीप रायपुर के अभनपुर स्थित शराब दुकान में सुपरवाइजर के पद पर कार्य किया करता था तब तत्कालीन आबकारी अधिकारी इक़बाल खान ने शराब की ओवर रेटिंग व दुकान में कई अनियमितताओं के कारण इसे बाहर का रास्ता दिखाया था। उस वक्त मार्केट में यह हल्ला फैल गई थी कि तत्कालीन आबकारी अधिकारी नीलम किरण सिंह ने दिलीप को ब्लैक लिस्ट होने से बचाया था। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो दिलीप और विभाग के आला अधिकारी ही बता सकते हैं। बहरहाल अभनपुर के शराब दुकान से निकल जाने के कुछ समय बाद ही दिलीप ने सड्डू के शराब दुकान में अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दीं। सड्डू के देसी शराब दुकान में दिलीप की पदस्थ होने के बाद से ही सरकारी खजाने में इजाफा होने लगा। इसी के साथ विभाग के अधिकारियों के जेबों में भी इजाफा होने लगा।

खमतराई थाने में अधिकारियों ने की थी शिकायत...

एक समय ऐसा भी आया कि दिलीप मीडिया की सुर्खियां बटोरने लगा। विभागीय अधिकारी अपने ऊपर मंडराते खतरे को देख दिलीप को तत्काल प्रभाव से ब्लैक लिस्ट कर बाहर का रास्ता दिखा दिए। कुछ वक्त तक तो राजधानी रायपुर में दिलीप का नाम कहीं नहीं गूंज रहा था लेकिन तत्कालीन आबकारी अधिकारी विकास गोस्वामी के पदभार ग्रहण करते ही एक बार फिर सेटिंग बाज़ दिलीप का नाम रायपुर के चारों दिशाओं में गुंजन लगा। दिलीप ने विभाग के छोटे से छोटे कर्मचारियों से लेकर बड़े से बड़े कर्मचारियों को अपने चंगुल में फंसाया और काफी वक्त तक अपने साथ-साथ अपने गुर्गों व विभाग के आला अधिकारियों के जेबों को भी गर्म करता रहा। लेकिन एक बार फिर इतिहास दोहराया और अधिकारियों ने अपने ऊपर मंडराते खतरे को भांपते हुए रायपुर के खमतराई थाना में दिलीप के नाम लिखित शिकायत दर्ज की। हालांकि खमतराई पुलिस दिलीप को ज्यादा वक्त तक थाने में नहीं बैठा सकी और दिलीप सेटिंग कर वहां से भी निकल गया।

सूरजपुर के प्लेसमेंट कंपनी में करता है काम...

वर्तमान में दिलीप भले ही सूरजपुर के प्लेसमेंट कंपनी में आधिकारिक या औपचारिक तौर पर कार्य कर मोटी कमाई कर रहा है लेकिन आज भी वह अपने हरकतों से बाज़ नही आया है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिलीप सूरजपुर में भी अधिकारियों व कंपनी के कई कर्मचारियों से सेटिंग कर रखा है और शराब दुकानों में लड़कों की नियुक्ति के लिए लाखों रुपये की वसूली भी करता है। भले ही वर्तमान में दिलीप सूरजपुर में है लेकिन उसकी निगाहें आज भी राजधानी रायपुर में ही हैं। दिलीप की सेटिंग इस कदर है कि वह राजधानी रायपुर में भी लड़कों की नियुक्ति करवा कर अच्छी खासी कमाई कर अपने साथ-साथ सभी के जेब गर्म कर रहा है। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में राजधानी रायपुर के कई शराब दुकान ऐसे हैं जहां दिलीप के गुर्गे कार्य कर रहे हैं। वही विभागीय सूत्रों की माने तो दिलीप के संबंध छोटे से छोटे अधिकारी से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी तक है शायद यही वजह है कि दिलीप आज बेफिक्र होकर अपने दो नम्बर के काम को अंजाम दे रहा है।

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