रायपुर में ज़हर की बोतलें बिक रही हैं… शराब माफिया बेलगाम, सिस्टम बेबस! देखें Video…

रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी में सरकारी शराब दुकानों की हकीकत अब खुद बोतलें बयां कर रही हैं। छेड़ीखेड़ी की सरकारी शराब दुकान से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने आबकारी विभाग के पूरे सिस्टम की परतें उधेड़ दी हैं।

एक ग्राहक ने जब वहां से शराब की बोतल खरीदी, तो बोतल खोलते ही उसके अंदर मरा हुआ कीड़ा तैरता मिला। यानी अब शराब नहीं, ज़हर परोसा जा रहा है — और वो भी सरकारी ठेके के नाम पर।

ग्राहक ने जब यह मामला दुकान कर्मचारियों के सामने उठाया, तो उम्मीद थी कि बोतल बदली जाएगी, माफ़ी मांगी जाएगी। लेकिन जो हुआ, उसने इंसानियत और सिस्टम दोनों पर सवाल खड़े कर दिए। स्टाफ ने न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि उल्टा कहा – “जहां जाना है जाओ!”

यह वही दुकान है, जिसे BIS नामक निजी कंपनी संचालित कर रही है। लेकिन संचालन का स्तर ऐसा है जैसे गुणवत्ता, सुरक्षा और स्वच्छता जैसे शब्द इनकी किताब में हैं ही नहीं। सूत्रों के अनुसार, यह कीड़ा या तो पैकिंग के दौरान लापरवाही का नतीजा है, या फिर जानबूझकर की गई मिलावट का। और यह कोई पहली घटना नहीं है। कुछ ही दिन पहले लालपुर की सरकारी शराब दुकान में भी मिलावटी शराब का भंडाफोड़ हुआ था, जहां आबकारी विभाग ने खुद छापा मारकर BIS कंपनी के स्टाफ को मिलावट करते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।

उस मामले में करीब 30 लाख रुपए की गड़बड़ी कर के फरार हुआ सुपरवाइजर चैत उर्फ़ शेखर बंजारे अब तक पुलिस और विभाग की पकड़ से बाहर है। यानी आरोपी फरार… और विभाग बेखबर।

सवाल ये है — आखिर छत्तीसगढ़ में शराब के नाम पर लोगों को कब तक धोखा मिलता रहेगा? क्या आबकारी विभाग सिर्फ फाइलों में कार्रवाई करता रहेगा और शराब की दुकानों से ज़हर बिकता रहेगा?

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