राकेश ढ़ीढ़ी और अभनपुर शराब दुकान सुपरवाइजर विजय नंद के रिश्ते काफी गहरे… राकेश के इशारों पर विजय देता है कोचियाओं को शराब, समयानुसार होती है ओवर रेटिंग, विभागीय अधिकारी का मिल रहा संरक्षण…

रायपुर| तत्कालीन आबकारी अधिकारी इकबाल खान व अरविन्द पाटले के कार्यकाल के समय नयापारा शराब दूकान के तत्कालीन सुपरवाइजर राकेश ढ़ीढ़ी को अनियमितताओं व ओवर रेटिंग करने के आरोप में ब्लैक लिस्ट किया गया था| जिसके बाद राकेश ढ़ीढ़ी सरकारी पन्नों के हिसाब से दुकान से बहार तो हो गया लेकिन दिमागी रूप से बहार नहीं हुआ| दरअसल राकेश ढ़ीढ़ी अपने परिचित व्यक्तियों को कंपनी के अधिकारीयों व् आबकारी विभाग के अधिकारीयों के साथ सांठगांठ कर दुकानों में कार्य पर लगवा कर कोचियाओं को शराब परोस कर व ओवर रेटिंग करा कर सरकारी राजस्व कि चोरी कर अपने साथ साथ अधिकारीयों के जेब भी भरा करता है| शायद यही कारण हैं कि विभाग कि कार्रवाई कि गाज आज तक राकेश ढ़ीढ़ी पर नहीं गिरी|

विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर और नयापारा की शराब दुकानों पर ब्लैक लिस्टेड कर्मचारी राकेश ढ़ीढ़ी का कब्ज़ा है| इन दुकानों पर भले ही सरकारी पन्नों के अनुसार सुपरवाइजर कोई और है लेकिन बहरी रूप से अभनपुर और नयापारा की शराब दुकानों पर राकेश ढ़ीढ़ी अपनी पैठ जमाए हुए है| यहां पर यह कहना गलत नहीं होगा कि राकेश ढ़ीढ़ी के संबंध आबकारी अधिकारी नीलम स्वर्णकार से इतने बुरे भी नहीं हैं क्योंकि नीलम स्वर्णकार को सारी चीजों कि जानकारी होने के बावजूद आज राकेश ढ़ीढ़ी पर किसी भी प्रकार कि कोई भी कार्रवाई नहीं होती है|

विभागीय सूत्रों कि माने तो राकेश ढ़ीढ़ी नें विभागीय अधिकारी नीलम स्वर्णकार से सेटिंग कर अपने चहेते व्यक्तियों को शराब दुकानों में एंट्री दिला कर शराब की ओवर रेटिंग व कोचियाओं को शराब परोस कर अपने साथ साथ अधिकारियों के जेब को गर्म कर रहा है| राकेश ढ़ीढ़ी के संबंध आबकारी अधिकारी नीलम स्वर्णकार से काफी अच्छे बताये जाते हैं| वहीं जब इस संबंध में जानकारी लेने के लिए हमने आबकारी अधिकारी नीलम स्वर्णकार से फोन पर संपर्क करनी चाही तो अधिकारी जी ने हमारा पों तक उठाना उचित नहीं समझा| इससे यह तो साफ़ है कि जब अधिकारी जी मीडिया पर्सन का ही फोन नहीं उठती हैं तो आज जनता के शिकायतों के लिए क्या ही तत्पर होंगी|

विजय नन्द नमक व्यक्ति को राकेश ने अभनपुर शराब दुकान का सुपरवाइजर भी बनवाया है यह व्यक्ति सुबह दुकान खुलते ही समयानुसार शराब की ओवर रेटिंग कर काली कमाई कर सरकारी राजस्व की चोरी करता है ठीक ऐसा ही हाल नयापारा के शराब दुकान का भी है।यहाँ भी इसी प्रकार का कृत्य किया जाता है एक जानकारी के अनुसार अभनपुर स्थित विदेशी शराब दुकान में समयानुसार ओवर रेटिंग की जाती है। वही कोशिकाओं का तांता दिनभर समयानुसार लगा रहता है। और इन सब से हो रही काली कमाई का हिस्सा बटवारा भी सभी में बराबर का किया जाता है| हमारे द्वारा लगातार इस विषय पर खबर लगाकर विभाग व कंपनी के आला अधिकारीयों को नींद से जगाने की कोशिश कि जा रही है| लेकिन अधिकारी हैं कि अपनी कुम्भकर्णीय नींद से जागने का नाम ही नहीं ले रहे| इसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या राकेश ढ़ीढ़ी को आबकारी अधिकारी रामकृष्ण मिश्रा का संरक्षण प्राप्त है? या फिर क्या कंपनी के एमडी पीरन सिंह का संरक्षण प्राप्त है?

मदिरा खरीदने आए मदिरा प्रेमियों ने हमें बताया की आए दिन यहां उन्हें ओवर रेटिंग की मार झेलनी पड़ती है| कई बार शिकायत भी की गई लेकिन इनके पहुँच इतने हैं की इनका अभी तक कोई कुछ नहीं कर पाया| विभागीय जानकारी के अनुसार राकेश ढ़ीढ़ी व आबकारी अधिकारी नीलम स्वर्णकार के सम्बन्ध काफी अच्छे बताए जाते हैं। जिसका फायदा राकेश ढ़ीढ़ी को भरपूर मिलता है| वहीं अब राकेश के कारनामे की शिकायत बहुत जल्द आबकारी एमडी श्याम धावड़े व आबकारी सचिव आर संगीत से हम करने वाले हैं। जिसके बाद देखना यह होगा कि इन दोनों पर किस तरह की विभागीय कार्रवाई की जाती है।

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