17 साल बाद मिला भारत को इंसाफ, 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत लाया गया, 18 दिन की मिली रिमांड…

मुंबई 26/11 आतंकी हमलों के 17 साल बाद आखिरकार मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा भारत लाया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां एजेंसी ने उसकी 20 दिन की रिमांड की मांग की। कोर्ट ने फिलहाल 18 दिन की कस्टडी की मंजूरी दे दी है।
NIA ने अदालत को बताया कि डेविड कोलमैन हेडली, जो इस हमले का मुख्य आरोपी है, भारत आने से पहले तहव्वुर राणा के साथ पूरी साजिश पर चर्चा कर चुका था। हेडली ने राणा को एक ईमेल भी भेजा था, जिसमें हमले के लिए जरूरी संसाधनों, सामान और पैसों का विवरण था। उसी ईमेल में इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान की साजिश में संलिप्तता का भी जिक्र था।
राणा की ओर से दिल्ली लीगल सर्विसेज के अधिवक्ता पीयूष सचदेवा ने दलीलें रखीं। कोर्ट ने फैसला फिलहाल सुरक्षित रख लिया है।
इससे पहले तहव्वुर राणा की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह सफेद दाढ़ी, काले चश्मे और भूरे रंग के लबादे में दिख रहा है। यह तस्वीर NIA ने जारी की है, जिसमें राणा को अफसर दोनों ओर से पकड़े हुए हैं।
मुंबई आतंकी हमलों में 175 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा के घायल होने की भयावहता को देखते हुए, राणा का भारत आना देश के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है। 64 वर्षीय राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है और डेविड हेडली का करीबी सहयोगी रह चुका है।