Workers Empowerment in Chhattisgarh :छत्तीसगढ़ में श्रमिक सशक्तिकरण की कहानी – 25 वर्षों की मेहनत ने बदली तस्वीर

रायपुर, 30 अक्टूबर 2025 – छत्तीसगढ़ में श्रमिकों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में (Workers Empowerment in Chhattisgarh) का सफर अब नई ऊँचाइयों पर पहुंच गया है। राज्य निर्माण के समय सीमित संसाधनों से शुरुआत करने वाला श्रम विभाग आज आधुनिक तकनीक और योजनाओं के जरिए लाखों परिवारों की उम्मीद बन चुका है।

हर जिले तक पहुंची श्रम सेवाएं

जहां शुरुआत में केवल 9 जिलों में श्रम कार्यालय थे, वहीं अब 33 जिलों में श्रम सेवा केंद्र कार्यरत हैं। इसके साथ ही औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा कार्यालयों की संख्या भी दस जिलों तक पहुंच चुकी है।

डिजिटल इंडिया का श्रमिक संस्करण

राज्य ने (Digital Labour Management System) के तहत श्रम सेवाओं को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। अब पंजीकरण, नवीनीकरण और योजना लाभ का संपूर्ण प्रोसेस मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के जरिए किया जा रहा है। इससे समय और प्रक्रिया दोनों सरल हुई हैं।

अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना ने बच्चों का भविष्य संवारा

‘अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना’ के तहत श्रमिकों के बच्चों को अब निजी विद्यालयों में निशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। वर्ष 2025 तक 100 बच्चों को स्कूलों में दाखिला मिल चुका है।

गरिमापूर्ण वृद्धावस्था – पेंशन और अन्न योजना

60 वर्ष से अधिक आयु के श्रमिकों के लिए 1500 रुपये मासिक पेंशन योजना शुरू की गई है। साथ ही ‘श्रम अन्न योजना’ के माध्यम से श्रमिकों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे लगभग 8 हजार श्रमिक प्रतिदिन लाभान्वित हो रहे हैं।

स्वास्थ्य और सुरक्षा में ऐतिहासिक बदलाव

(Employee State Insurance Services) के तहत अब छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में 6 लाख 25 हजार श्रमिकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। रायपुर, रायगढ़, कोरबा और भिलाई में आधुनिक अस्पतालों का निर्माण राज्य की स्वास्थ्य नीति की सफलता को दर्शाता है।

पुरस्कारों से बढ़ा राज्य का मान

वर्ष 2020-21 में भारत सरकार द्वारा राज्य को (E-Governance Award) से सम्मानित किया गया, जिसने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलाई।

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