अरब सागर में बना डिप्रेशन गुजरात की ओर बढ़ा, मुंबई-गोवा में बारिश और तेज हवाओं की संभावना
 
                मुंबई। गोवा के कई हिस्सों में बारिश के बाद ईस्ट-सेंट्रल अरब सागर में बना डिप्रेशन अब गुजरात की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसका असर मराठवाड़ा, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन और आसपास के इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई और आस-पास के जिलों के लिए आंशिक रूप से बादल छाए रहने, गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। विभाग ने बताया कि नॉर्थ कोंकण के अधिकांश जिलों में गरज के साथ मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, साउथ कोंकण-गोवा और नॉर्थ मध्य महाराष्ट्र के कई जिलों में भी बारिश की संभावना जताई गई है।
अरब सागर में सक्रिय डिप्रेशन की स्थिति
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, ईस्ट-सेंट्रल अरब सागर पर बना यह डिप्रेशन पिछले छह घंटों में लगभग 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ा है और 30 अक्टूबर की सुबह 5:30 बजे तक वहीं केंद्रित रहा। इसका केंद्र लगभग 17.9° उत्तरी अक्षांश और 68.2° पूर्वी देशांतर पर स्थित है। यह वेरावल (गुजरात) से करीब 400 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, मुंबई से 510 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम और पणजी (गोवा) से लगभग 660 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में है।
समुद्र में ऊंची लहरों की चेतावनी
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के रायगढ़ तट पर उल्वा मोहा से बागमंडला तक 30 अक्टूबर की रात 11:30 बजे तक 2.7 से 3.0 मीटर ऊंची लहरें उठने की चेतावनी जारी की थी। ठाणे, मुंबई और आसपास के तटीय क्षेत्रों में भी 2.6 से 3.1 मीटर तक ऊंची लहरें उठने की संभावना जताई गई है। विभाग ने समुद्री गतिविधियों को सीमित रखने और किनारों से दूर रहने की सलाह दी है।
हवाओं की रफ्तार में बढ़ोतरी
30 और 31 अक्टूबर को कर्नाटक, गुजरात, कोंकण और गोवा के तटीय क्षेत्रों तथा आसपास के समुद्री इलाकों में 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जो कभी-कभी 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। ईस्ट-सेंट्रल अरब सागर के कुछ हिस्सों में हवाओं की गति 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है, जो 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने और तटीय क्षेत्रों में एहतियात बरतने की सलाह दी है।
