Chhattisgarh Rajyotsav Balod 2025 : बालोद में राज्योत्सव 2025 की धूम, शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव होंगे मुख्य अतिथि

रायपुर, 29 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर इस बार बालोद जिला मुख्यालय पूरी तरह तैयार है। 2 से 4 नवंबर तक स्वर्गीय सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में होने जा रहे राज्योत्सव समारोह (Chhattisgarh Rajyotsav Balod 2025) में शिक्षा, विधि-विधायी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गजेन्द्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके आगमन से कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ जाएगी।

जिले में उत्सव का माहौल, नागरिकों में उत्साह

राज्य गठन दिवस (Chhattisgarh Foundation Day) को लेकर बालोद में तैयारियों का दौर जोरों पर है। तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, छात्र-छात्राएँ, सामाजिक संगठन और हजारों नागरिक शामिल होंगे। रंगीन झांकियाँ, पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ जिले को उत्सव के रंग में रंग देंगी।

संस्कृति, कला और उपलब्धियों की झलक एक मंच पर

राज्योत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति (Chhattisgarh Folk Culture), पारंपरिक नृत्य और हस्तशिल्प की शानदार झलक देखने को मिलेगी। जिला प्रशासन की ओर से तैयार किए जा रहे प्रदर्शनी स्टॉलों में शिक्षा, कृषि, उद्योग और महिला स्व-सहायता समूहों की उपलब्धियाँ प्रदर्शित की जाएँगी। वहीं, स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा, जो राज्य की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूती देगा।

सम्मान समारोह में होंगे प्रेरणादायी चेहरे

समारोह के दूसरे दिन जिला प्रशासन उन नागरिकों, शिक्षकों और कर्मियों को सम्मानित करेगा जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। यह सम्मान समारोह न केवल प्रेरणा का स्रोत बनेगा, बल्कि समाज में सकारात्मकता का संदेश भी देगा।

तैयारियाँ अंतिम चरण में, प्रशासन ने की अपील

जिला प्रशासन ने बताया कि राज्योत्सव बालोद (Chhattisgarh Rajyotsav Balod 2025) की तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं। मंच, सुरक्षा व्यवस्था और यातायात नियंत्रण के लिए विशेष दल नियुक्त किए गए हैं। प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे परिवार सहित कार्यक्रम में शामिल होकर राज्य के गौरवशाली इतिहास को एक साथ मनाएँ।

राज्य गौरव और लोक अस्मिता का पर्व

छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस (Chhattisgarh Foundation Day 2025) केवल एक उत्सव नहीं बल्कि यह प्रदेश की पहचान, परंपरा और एकता का प्रतीक है। बालोद में होने वाला यह आयोजन राज्य की सांस्कृतिक विविधता और विकास यात्रा को एक साथ दर्शाएगा।

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