Amla Tree Worship in Raipur : मुख्यमंत्री ने किया पूजन, कहा – “प्रकृति हमारी संस्कृति की आत्मा है”
 
                रायपुर, 31 अक्टूबर 2025।
आंवला नवमी (Amla Tree Worship in Raipur) के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास में धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ आंवला वृक्ष की पारंपरिक पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद उन्होंने प्रदेश की जनता के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
आंवला नवमी : परंपरा और स्वास्थ्य का संगम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंवला नवमी केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन में स्वास्थ्य, धन और संतुलन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि (Amla Navami Rituals) के माध्यम से हम प्रकृति से जुड़ते हैं और जीवन में सकारात्मकता को आमंत्रित करते हैं।
भारतीय परंपरा में आंवला का महत्व
उन्होंने कहा कि आंवला वृक्ष भारतीय संस्कृति में पवित्रता का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि इस दिन आंवला के नीचे भोजन करने और फल का सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का संदेश
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे प्राकृतिक पेड़-पौधों की सुरक्षा में भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि “वृक्ष केवल ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि हमारे जीवन में ऊर्जा और संतुलन भी लाते हैं।” उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि प्रकृति संरक्षण को जीवन का हिस्सा बनाएं और हर पर्व को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ें।
