छत्तीसगढ़: अधिकारियों के लिए मीडिया-सोशल मीडिया लक्ष्य निर्धारित, फील्ड कार्य को बढ़ावा
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने जनसंपर्क विभाग के माध्यम से अपने सचिवों और कलेक्टरों के लिए मीडिया तथा सोशल मीडिया संबंधी नए लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इस पहल का उद्देश्य सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ाना, सरकार की सकारात्मक छवि गढ़ना तथा निष्क्रिय अधिकारियों को सक्रिय बनाना है। अब अधिकारियों को केवल कार्यालय में रहकर कार्य संभालने की बजाय फील्ड में उतरकर रिपोर्ट तैयार करनी होगी।
जनसंपर्क विभाग के निर्देशानुसार, सभी कलेक्टरों को प्रतिमाह कम से कम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करनी होगी। रायपुर, बिलासपुर तथा दुर्ग जैसे बड़े जिलों को सर्वाधिक लक्ष्य सौंपे गए हैं। इन जिलों को प्रतिमाह 150 प्रेस विज्ञप्तियां, 15 मासिक सफलता कथाएं, चार राष्ट्रीय समाचार, चार राज्य स्तरीय खबरें, 30 फेसबुक पोस्ट, 15 एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट तथा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस अनिवार्य रूप से आयोजित करनी होंगी। अन्य जिलों को उनके क्षेत्रफल तथा जनसंख्या के आधार पर भिन्न-भिन्न लक्ष्य दिए गए हैं।
सचिवों के लिए भी कड़े लक्ष्य तय किए गए हैं। कुल 47 विभागों के सचिवों की सूची तैयार कर उनके साथ संबंधित जनसंपर्क अधिकारी का नाम जोड़ा गया है। उदाहरणस्वरूप, प्रमुख सचिव (ट्राइबल) सोनमणि बोरा के विभाग को साप्ताहिक तीन प्रेस रिलीज, दो सफलता कथाएं, सात फेसबुक पोस्ट तथा सात एक्स पोस्ट का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार अन्य सचिवों को भी निर्धारित अवधि में पूर्ण करने योग्य लक्ष्य सौंपे गए हैं।
प्रत्येक गतिविधि के लिए अधिकारियों को अंक प्रदान किए जाएंगे। प्रेस रिलीज, सफलता कथाओं तथा सोशल मीडिया पोस्ट की संख्या के आधार पर साप्ताहिक तथा मासिक रैंकिंग तैयार होगी। यह रैंकिंग सार्वजनिक नहीं होगी, अपितु अधिकारियों के व्हाट्सएप समूह में साझा की जाएगी। प्रथम साप्ताहिक रैंकिंग भी जारी कर दी गई है।
जनसंपर्क विभाग के अनुसार, इस पहल से अधिकारी मीडिया संवाद हेतु नियमित रूप से फील्ड में उतरेंगे तथा प्रेस रिलीज व सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से सरकारी योजनाओं को तत्काल जनता तक पहुंचाया जाएगा। इससे सरकार की छवि सुधारने के साथ योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
यह अभियान प्रारंभ हो चुका है। 26 नवंबर को खाद्य सचिव रीना बाबा कंगाले ने मीडिया को संबोधित किया। इसी क्रम में, तीन दिसंबर को नगरीय प्रशासन सचिव एस. बसवराजू मीडिया से संवाद करेंगे। ऐसे आयोजन सचिवों तथा कलेक्टरों को नियमित मीडिया संवाद के लिए प्रोत्साहित करेंगे तथा सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार को मजबूत बनाएंगे।
विशेषज्ञों का मत है कि यह पहल छत्तीसगढ़ में अधिकारियों की कार्यप्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। अब अधिकारी कार्यालय तक सीमित न रहकर मीडिया तथा जनता से प्रत्यक्ष संवाद हेतु फील्ड में सक्रिय होंगे। जनसंपर्क विभाग के इस नए प्रयोग से अधिकारियों की निष्क्रियता समाप्त होगी, सरकारी योजनाओं की सफलता एवं जागरूकता में वृद्धि होगी तथा जनता के मध्य सरकारी कार्यों की पारदर्शिता बढ़ेगी। यह कदम अधिकारियों तथा जनता के बीच विश्वास को सुदृढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
