‘जय-वीरू’ की जोड़ी का खेल! राजा सारथी के बाद अब अभिषेक शर्मा पर भी गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप

रायपुर। राजधानी रायपुर में एक बड़े राजस्व घोटाले का मामला सामने आया है। आरोप है कि अभिषेक शर्मा, जो (पुराने समय में कांग्रेस सरकार में A2Z प्लेसमेंट कंपनी में कार्यरत थे) ने कंपोजिट शराब दुकान लखोली में 19 लाख रुपए की घटती कर राजस्व का भारी नुकसान किया था। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नए टेंडर में BIS को काम मिलने के बाद, अभिषेक शर्मा को एक और मौका मिला और उन्होंने दुकानों में घटती कर अपनी जेब गर्म करने का प्रयास किया.
रिपोर्ट्स के अनुसार… विदेशी सरोना में 23 लाख की घटती पुरानी बस्ती में 13 लाख की घटती
गंजपारा में 27 लाख की घटती
रायपुर जिले की सभी दुकानों में घटती करके भारी राजस्व हानि की गई। अगर BIS में अभिषेक शर्मा जैसे भ्रस्ट कर्मचारी बरकरार रहते हैं तो तो आगे और भी ओवर रेटिंग और मिलावट के मामले हो सकते हैं। आरोप है कि इस घोटाले में राजा सारथी का भी हमेशा से बराबर का योगदान रहा है।
हालांकि राजा सारथी को विभागीय अनियमितताओं के कारण BIS कंपनी से पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। लेकिन वो कहावत है न जय और वीरू की जोड़ी हमेशा ही धमाल मचाती है तो यहां पर भी मामला कुछ ऐसा ही है। जय यानी की राजा सारथी को तो पहले ही BIS से निकाल दिया गया है। लेकिन वीरू मतलब अभिषेक शर्मा अब भी BIS में नौकरी पर बरकरार है
याद हो कि लालपुर शराब दुकान में कुछ माह पहले ही मिलावटी शराब की एक बड़ी खेप कक पकड़ने में आबकारी विभाग के उड़नदस्ता टीम को बड़ी सफलता मिली थी। बता दें कि लालपुर शराब दुकान के तत्कालीन सुपरवाइजर शेखर बंजारे को राजा सारथी द्वारा ही उसे दुकान में नौकरी पर पदस्थ कराया गया था। और इस मिलावटी शराब का मास्टरमाइंड भी तत्कालीन दुकान सुपरवाइजर शेखर बंजारे ही निकला था।
यहां पर एक बात से आपको और अवगत कराना चाहेंगे कि शेखर बंजारे वही शख्स है जो सरकारी दस्तावेज में फिर कर शराब दुकान में काफी लंबे अरसे से कार्यरत था। इस पर सवाल उठा तो अब लाजमी है कि शेखर बंजारे कैसे दुकान में कार्य पर लगा था जबकि सारे दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही किसी व्यक्ति को दुकान में कार्य पर रखा जाता है? क्या उसे शराब दुकान पर कार्य पर लगवाने वाले व्यक्ति ने भी अपनी जेब गर्म की थी…?