दिव्यरूपेण गरबा: दिव्यांग बच्चों के साथ गरबा का हर्षोल्लासपूर्ण उत्सव

रायपुर — शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य में प्रज्ञा कर्ण बधिर शाला, डी.डी. नगर में आयोजित “दिव्यरूपेण गरबा” कार्यक्रम में दिव्यांग (सुनने तथा बोलने में असमर्थ) बच्चों ने भावना, ताल और उत्साह का अद्भुत प्रदर्शन किया। कक्षा एक से आठ तक के 60 से अधिक बच्चों ने पारंपरिक वेशभूषा में गरबा नृत्य कर कार्यक्रम को यादगार बना दिया।


कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, डॉ. वर्णिका शर्मा — अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (छ.ग.) — ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “दिव्यांगता बाधा नहीं, एक विशिष्टता है — ये माता के दिव्यपुष्प हैं। ऐसे आयोजन समाज में समावेशन और समानता की भावना को बढ़ाते हैं।” उनके संबोधन ने उपस्थित अतिथियों और स्टाफ को भी भावविभोर कर दिया।
विशेष अतिथि के रूप में बाल कलाकार सुश्री नायरा रंगारे (पीहू) उपस्थित रहीं और बच्चों के साथ मिलकर कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन प्रत्यूषा फाउंडेशन द्वारा किया गया था; संस्थान की स्थापना-प्रधान श्रीमती प्रीति दास मिश्रा तथा कार्यक्रम अध्यक्ष श्री सेन कुमार बोथरा के नेतृत्व में कार्यक्रम सफल रहा। कार्यक्रम संरक्षक श्रीमती गुणा निधि मिश्रा, कोषाध्यक्ष श्री प्रेम प्रकाश साहू, कार्यक्रम प्रभारी अर्चना बोरा के साथ सुमन पांडे, डॉ. भवानी प्रधान, शशि यादव सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बच्चों ने पारंपरिक गरबा की थाप के साथ-साथ सरल, हाथ-भंगिमाओं से अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं — जिससे मंच और दर्शक दोनों भाव विभोर हो उठे। आयोजकों ने बताया कि इस तरह के मंच बच्चों के आत्मविश्वास और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ाने में सहायक होते हैं और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।