छत्तीसगढ़: रायपुर के प्राइमरी स्कूल में 6 वर्षीय छात्रा के साथ अमानवीय शारीरिक उत्पीड़न — बाल आयोग ने फौरन जांच के निर्देश दिए

Raipur: कृष्णा किड्स एकेडमी में allegedly शिक्षिका द्वारा अगरबत्ती जला कर चोट पहुँचाने के मामले पर छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया; आयोग ने विस्तृत रिपोर्ट और पीड़िता के अभिभावकों की उपस्थिति मांगी
रायपुर — सुंदर नगर स्थित कृष्णा किड्स एकेडमी में एक 6 वर्षीय छात्रा के साथ कथित रूप से शिक्षिका द्वारा अगरबत्ती से जलाने की दर्दनाक घटना सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तुरंत संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा कि यह घटना बच्चों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि आयोग अधिनियम-2005 की धारा 13(ज) और 14 के तहत शक्तियों का उपयोग करते हुए मामले की त्वरित और निष्पक्ष जाँच करेगा। आयोग ने संबंधित स्कूल प्रबंधन और जाँच कर रही एजेंसी से विस्तृत जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने पीड़िता के माता-पिता को भी साथ लाने का निर्देश दिया...
आयोग ने पीड़िता के माता-पिता को भी साथ लाने का निर्देश दिया है और उन्हें दिए गए दिनांक व समय पर आयोग के कार्यालय, रायपुर में अपराह्न-समय में उपस्थित होने को कहा गया है। डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा कि पीड़िता को न्याय मिलना आयोग की प्राथमिकता है और अंततः दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय अधिकारकर्मियों एवं प्रशासन से भी कहा गया है कि वे पीड़िता व उसके परिवार को तत्काल आवश्यक चिकित्सा एवं मनो-सामाजिक सहायता प्रदान करें। घटना की गम्भीरता और बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से आयोग ने स्कूलों में सतर्कता बढ़ाने व बच्चों के सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा का भी संकेत दिया है।