Solar Power Revolution in Chhattisgarh : ‘सूरज से समृद्धि’ – छत्तीसगढ़ के गांवों में सौर ऊर्जा की लहर

रायपुर, 30 अक्टूबर 2025 – छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलों में अब सूरज की रोशनी सिर्फ गर्मी नहीं, बल्कि समृद्धि भी दे रही है। (Solar Power Revolution in Chhattisgarh) के रूप में प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ने गांवों में नई ऊर्जा क्रांति ला दी है।

तोंगपाल का उदाहरण बना मिसाल

सुकमा जिले के तोंगपाल गांव के कन्हैया लाल गुप्ता ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम लगाया। पहले हर महीने 1600-1700 रुपये का बिजली बिल आता था, जो अब घटकर सिर्फ 400-500 रुपये रह गया है। इस परिवर्तन ने न केवल उनके खर्चों को कम किया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया।

सरकारी योजनाओं से मिला प्रोत्साहन

गुप्ता ने बताया कि उन्हें (PM Solar Subsidy) के तहत बैंक से ऋण और 78,000 रुपये की केंद्र सरकार की सब्सिडी मिली। राज्य सरकार ने भी अतिरिक्त राशि देकर इस योजना को ग्रामीणों के लिए लाभकारी बनाया। उन्होंने कहा, “यह योजना गांवों में ऊर्जा के नए अध्याय की शुरुआत है।”

सहायता के तीन चरण – हर घर तक सौर उजाला

(PM Surya Ghar Scheme) के तहत —

  • 1 किलोवाट सोलर सिस्टम पर ₹45,000,
  • 2 किलोवाट पर ₹90,000,
  • और 3 किलोवाट पर ₹1,08,000 की सहायता दी जा रही है।

इस आकर्षक प्रावधान से सैकड़ों ग्रामीण परिवार अपने घरों में सौर ऊर्जा स्थापित कर रहे हैं।

भविष्य की ऊर्जा नीति – आत्मनिर्भर भारत की ओर

विशेषज्ञों का मानना है कि यह (Solar Power Initiative) न सिर्फ बिजली बिल घटा रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को अग्रणी बना रहा है। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ सौर ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख राज्य बन सकता है।

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