Achanakmar Tiger Reserve की वादियों में लौटेगी रौनक, सफारी के लिए पर्यटकों ने की एडवांस बुकिंग
बिलासपुर। चार महीने की लंबी बंदी के बाद (Achanakmar Tiger Reserve) एक बार फिर पर्यटकों की चहलकदमी से गुलजार होने जा रहा है। एक नवंबर से जंगल सफारी के लिए गेट खोल दिए जाएंगे। रिजर्व प्रबंधन ने रास्तों की मरम्मत, सफाई और सुरक्षा इंतज़ामों को अंतिम रूप दे दिया है। दिलचस्प बात यह है कि अभी से करीब 25 एडवांस बुकिंग हो चुकी हैं, जो बताती हैं कि लोग कितनी बेसब्री से जंगल सफारी का इंतजार कर रहे थे।
मानसून में बंद रहा रिजर्व, अब फिर लौटेगी रौनक
हर साल की तरह इस बार भी टाइगर रिजर्व को 1 जुलाई से बंद किया गया था। यह नियम राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority) के निर्देशों के तहत लागू होता है। बरसात के मौसम में रास्ते दलदली और फिसलन भरे हो जाते हैं, वहीं यह वन्य प्राणियों के प्रजनन का समय भी होता है। इसलिए हर साल चार महीने तक रिजर्व में पर्यटकों की आवाजाही रोक दी जाती है, ताकि पर्यावरण और वन्यजीवों को शांति मिल सके।
31 अक्टूबर तक बंद, 1 नवंबर से दोबारा खुलेंगे जंगल के रास्ते
प्रबंधन ने बताया कि रिजर्व 31 अक्टूबर तक बंद रहेगा, जिसके बाद Achanakmar Tiger Reserve Opening 2025 के तहत पर्यटकों के लिए गेट खोले जाएंगे। इस बीच, शिवतराई स्थित बैगा रिसॉर्ट को खुले रखा गया था, ताकि पर्यटक बारिश में भी जंगल के नज़ारों का आनंद ले सकें। अब सड़कों से लेकर गार्ड रूम तक की मरम्मत पूरी कर ली गई है और सुरक्षा टीमों को तैनात किया जा चुका है।
अगर आप भी जंगल सफारी की योजना बना रहे हैं, तो इस बार किराए में थोड़ी बढ़ोतरी की गई है।
- जिप्सी : ₹3500
- योद्धा वाहन : ₹5500
- बस : ₹7500
सफारी के लिए तीन स्लॉट तय किए गए हैं –
सुबह 6 से 9 बजे तक,
सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक,
और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक।
इन समयों के दौरान जंगल में गाइड और सुरक्षा टीम पर्यटकों के साथ मौजूद रहेगी।
नए वाहन और बेहतर सुविधाएं
(Achanakmar Tiger Reserve Safari Vehicles) इस बार सफारी के लिए पाँच नए योद्धा वाहन खरीदे गए हैं, जिन्हें राजस्थान के रणथंभौर में विशेष रूप से मॉडिफाई किया जा रहा है। ये वाहन नवंबर के पहले हफ्ते तक रिजर्व में पहुँच जाएंगे। वहीं, बैगा रिसॉर्ट में 14 कमरों की ठहरने की व्यवस्था की गई है, जिसकी बुकिंग अब ऑनलाइन उपलब्ध है। इससे पर्यटकों को रहने और भोजन की पूरी सुविधा मिलेगी।
जैसे ही ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल (Online Safari Booking) शुरू हुआ, वैसे ही देशभर से अनुरोध आने लगे। शुरुआती दिनों में 25 स्लॉट फुल हो चुके हैं। प्रबंधन का कहना है कि यह संख्या नवंबर के पहले सप्ताह में दोगुनी हो सकती है। लोग परिवार के साथ जंगल की हरियाली, ठंडी हवा और बाघ देखने की उम्मीद लेकर टिकट बुक कर रहे हैं।
(Achanakmar Wildlife Tourism) न सिर्फ छत्तीसगढ़ का गौरव है बल्कि देशभर के नेचर लवर्स के लिए यह एक आकर्षण केंद्र बन चुका है। बाघों के अलावा यहाँ गौर, चीतल, सांभर और दुर्लभ पक्षियों की कई प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं। एक नवंबर से खुलने के साथ ही यह उम्मीद की जा रही है कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक यहां पहुंचेंगे।
