उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने की समीक्षा बैठक — कहा, आत्मसमर्पित नक्सलियों का पुनर्वास “संवेदनशीलता और सम्मान” के साथ हो
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज बीजापुर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर पुनर्वास नीति के क्रियान्वयन और आत्मसमर्पित नक्सलियों को दी जा रही सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि “मुख्यधारा में लौटे प्रत्येक व्यक्ति के प्रति हमारा व्यवहार संवेदनशील और सम्मानजनक होना चाहिए — यही प्रदेश में स्थायी शांति की नींव है।”

पुनर्वास केंद्रों में बुनियादी सुविधाएं हों उत्कृष्ट...
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुनर्वास केंद्रों में रह रहे आत्मसमर्पित नक्सलियों की मूलभूत आवश्यकताओं — भोजन, वस्त्र, स्वास्थ्य, खेलकूद, योगाभ्यास और सांस्कृतिक गतिविधियों — की व्यवस्था बेहतरीन स्तर पर की जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से नियमित संवाद सुनिश्चित किया जाए, जिससे पुनर्वासित व्यक्ति आत्मविश्वास महसूस करें।
कौशल विकास पर विशेष ध्यान

विजय शर्मा ने निर्देश दिए कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने कहा — “हर व्यक्ति को उसकी रुचि और योग्यता के अनुसार प्रशिक्षण मिले ताकि वह मुख्यधारा में सम्मानजनक और आत्मनिर्भर जीवन जी सके।”
स्वास्थ्य और परिवार से जुड़ाव को दी प्राथमिकता
गृहमंत्री शर्मा ने अधिकारियों से कहा कि पुनर्वास केंद्रों में रह रहे लोगों को अपने परिजनों से मिलने की तिथि निर्धारित की जाए।
यदि किसी के परिवारजन जेल में बंद हैं, तो उनसे मुलाकात की व्यवस्था कराई जाए।
उन्होंने सुझाव दिया कि सभी पुनर्वासित व्यक्तियों को रायपुर भ्रमण (Exposure Visit) पर ले जाया जाए, ताकि वे राज्य के विकास और समाज की सकारात्मक दिशा को करीब से समझ सकें।
इसके साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक पुनर्वासित व्यक्ति को निःशुल्क मोबाइल फोन उपलब्ध कराया जाए ताकि वे अपने परिवार से नियमित संपर्क में रह सकें।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी, एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, बस्तर संभाग आयुक्त डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर सं
